Month: January 2025

गणतंत्र दिवस परेड 2024: 90 मिनट में होगी विशेष तैयारी और 14 मार्चिंग टुकड़ियाँ

26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी। इस वर्ष की परेड विकास और विरासत की झलक पेश करेगी।

गणतंत्र दिवस परेड, जो हर साल की तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्तव्या पथ पर आयोजित होगी, इस बार 90 मिनट में संपन्न होगी। यहाँ जानें इस बार की परेड की खासियतें:

मुख्य बातें:

गणतंत्र दिवस परेड 90 मिनट में सम्पन्न होगी।
परेड में शामिल होंगी 14 मार्चिंग फॉर्मेशन और 25 झांकियाँ।
इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी करीब दो हफ्ते पहले भारत आएगी।
नई दिल्ली: इस बार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में होंगी 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुति; browse around this web-site, जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में मोटरसाइकिल स्टंट भारतीय सेना के जवानों द्वारा प्रदर्शित किए जाएंगे। पिछले वर्ष बीएसएफ के जवानों ने इस प्रदर्शन को अंजाम दिया था। इस वर्ष की परेड की थीम “स्वर्णिम भारत – विकास और विरासत” है। विशेष बात यह है कि इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी इस बार परेड में भाग लेगी। पिछली बार फ्रांस की टुकड़ी ने भाग लिया था, जिसका मार्चिंग गति 80-85 कदम/मिनट थी, जबकि भारतीय मार्चिंग टुकड़ी की गति लगभग 108 कदम/मिनट थी।

इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी बेहतर तैयारी सुनिश्चित करने के लिए करीब दो सप्ताह पहले भारत पहुंचेगी। इस बार, पूरी परेड को 90 मिनट में समाप्त करने का लक्ष्य है, जिसके लिए टुकड़ियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दो कम रहेगी। पिछले वर्ष 16 टुकड़ियाँ थीं, जबकि इस बार केवल 14 टुकड़ियाँ भाग लेंगी। इनमें से आठ टुकड़ियाँ सेना, नौसेना और वायुसेना की होंगी, जबकि गृह मंत्रालय की पांच और एक तटरक्षक बल की होगी। बीएसएफ की एक टुकड़ी ऊंटों के साथ हिस्सा लेगी।

गणतंत्र दिवस परेड में कुल 25 झांकियाँ होंगी, जो विभिन्न राज्यों, रक्षा मंत्रालय, डीआरडीओ, असम राइफल्स और तटरक्षक बल की झांकियाँ शामिल करेंगी।

इस बार परेड में 5000 कलाकार एक साथ देश की संस्कृति, विकास और विरासत को प्रदर्शित करेंगे। पिछली परेड में 3000 कलाकारों ने भाग लिया था। छह पाइप बैंड भी इस परेड का हिस्सा होंगे। गणतंत्र दिवस के टिकट विभिन्न स्थानों पर बनाए गए काउंटरों से खरीदे जा सकते हैं, और आप टिकट को 2 जनवरी से एक वेबसाइट – aamantran.mod.gov.in पर भी खरीद सकते हैं।

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

दिल्ली में इन दिनों शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव देखा जा रहा है, जिससे नागरिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी अनुमान के अनुसार, यह ठंड का दौर 10 जनवरी तक जारी रहेगा, जिससे लोगों को ठंड से जूझते रहना होगा। शीतलहर के चलते दिल्ली की हवा में ठंडक का अहसास और बढ़ गया है, जिससे लोगों को रोजमर्रा की गतिविधियों में बाधा उत्पन्न हुई है।

शीतलहर और कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता घटने के साथ-साथ रेल और हवाई यात्रा में भी बाधाएँ आई हैं। कई ट्रेनों को समय पर चलने में कठिनाइयाँ पेश आई हैं, जबकि कुछ उड़ानें भी स्काईमेट की भविष्यवाणी: दिल्ली में ठंडी लहर और बारिश के बादलों का पदार्पण (mouse click the up coming internet site) प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति के चलते यात्री और लोग दोनों ही परेशान हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस प्रकार का मौसम हर साल सर्दियों में सामान्य है, लेकिन इस बार की शीतलहर ने कुछ अतिरिक्त प्रभाव डाला है।

घना कोहरा भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थितियों में सांस संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसलिए, लोगों से सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें और जैसे ही स्थिति बेहतर हो, तभी बाहर जाने का सोचें।

दिल्लीवासियों को अब राहत की उम्मीद है क्योंकि 11-12 जनवरी को शहर में हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है। बारिश के बाद तापमान में कमी आएगी और शायद ठंड से कुछ राहत भी मिले। हालाँकि, बारिश से पहले लोगों को अभी भी शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। बारिश के बाद परिस्थिति थोड़ी बदल सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।

इस ठंड के दौर के बीच, स्थानीय प्रशासन ने भी ठंड से बचने के लिए कई कदम उठाए हैं। ठंड से प्रभावित गरीब लोगों के लिए आश्रय स्थलों की संख्या बढ़ाई गई है और आवश्यक वस्तुओं जैसे कम्बलों और गर्म कपड़ों का वितरण किया जा रहा है। स्थानीय संगठनों और NGOs ने भी इस सर्दी में जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

सरकार ने नागरिकों से यह भी अपील की है कि वे ठंड के मौसम के दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।適宜 गर्म खाने-पीने की चीजें खाएं और घर से बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि वे ठंड से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

अंततः, दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे के प्रभाव के चलते नागरिकों को थोड़ी कठिनाई हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में हल्की बारिश से राहत की संभावना है। यह देखना होगा कि मौसम में बदलाव से कैसे परिस्थिति में सुधार होता है और नागरिकों को किस प्रकार की सुविधा मिलेगी। मौसम की इस बदलती स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि सर्दी का यह दौर स्वस्थ तरीके से पार किया जा सके।

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

दिल्ली में इन दिनों शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव देखा जा रहा है, जिससे नागरिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी अनुमान के अनुसार, यह ठंड का दौर 10 जनवरी तक जारी रहेगा, जिससे लोगों को ठंड से जूझते रहना होगा। शीतलहर के चलते दिल्ली की हवा में ठंडक का अहसास और बढ़ गया है, जिससे लोगों को रोजमर्रा की गतिविधियों में बाधा उत्पन्न हुई है।

शीतलहर और कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता घटने के साथ-साथ रेल और हवाई यात्रा में भी बाधाएँ आई हैं। कई ट्रेनों को समय पर चलने में कठिनाइयाँ पेश आई हैं, जबकि कुछ उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति के चलते यात्री और लोग दोनों ही परेशान हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस प्रकार का मौसम हर साल सर्दियों में सामान्य है, लेकिन इस बार की शीतलहर ने कुछ अतिरिक्त प्रभाव डाला है।

घना कोहरा भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थितियों में सांस संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसलिए, लोगों से सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें और जैसे ही स्थिति बेहतर हो, तभी बाहर जाने का सोचें।

दिल्लीवासियों को अब राहत की उम्मीद है क्योंकि 11-12 जनवरी को शहर में हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही स्काईमेट की भविष्यवाणी: दिल्ली में ठंडी लहर और बारिश के बादलों का पदार्पण (about his) है। बारिश के बाद तापमान में कमी आएगी और शायद ठंड से कुछ राहत भी मिले। हालाँकि, बारिश से पहले लोगों को अभी भी शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। बारिश के बाद परिस्थिति थोड़ी बदल सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।

इस ठंड के दौर के बीच, स्थानीय प्रशासन ने भी ठंड से बचने के लिए कई कदम उठाए हैं। ठंड से प्रभावित गरीब लोगों के लिए आश्रय स्थलों की संख्या बढ़ाई गई है और आवश्यक वस्तुओं जैसे कम्बलों और गर्म कपड़ों का वितरण किया जा रहा है। स्थानीय संगठनों और NGOs ने भी इस सर्दी में जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

सरकार ने नागरिकों से यह भी अपील की है कि वे ठंड के मौसम के दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।適宜 गर्म खाने-पीने की चीजें खाएं और घर से बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि वे ठंड से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

अंततः, दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे के प्रभाव के चलते नागरिकों को थोड़ी कठिनाई हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में हल्की बारिश से राहत की संभावना है। यह देखना होगा कि मौसम में बदलाव से कैसे परिस्थिति में सुधार होता है और नागरिकों को किस प्रकार की सुविधा मिलेगी। मौसम की इस बदलती स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि सर्दी का यह दौर स्वस्थ तरीके से पार किया जा सके।

गणतंत्र दिवस परेड 2024: 90 मिनट में होगी विशेष तैयारी और 14 मार्चिंग टुकड़ियाँ

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में होंगी 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुति – Highly recommended Web-site – जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी। इस वर्ष की परेड विकास और विरासत की झलक पेश करेगी।

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मुख्य बातें:

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इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी बेहतर तैयारी सुनिश्चित करने के लिए करीब दो सप्ताह पहले भारत पहुंचेगी। इस बार, पूरी परेड को 90 मिनट में समाप्त करने का लक्ष्य है, जिसके लिए टुकड़ियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दो कम रहेगी। पिछले वर्ष 16 टुकड़ियाँ थीं, जबकि इस बार केवल 14 टुकड़ियाँ भाग लेंगी। इनमें से आठ टुकड़ियाँ सेना, नौसेना और वायुसेना की होंगी, जबकि गृह मंत्रालय की पांच और एक तटरक्षक बल की होगी। बीएसएफ की एक टुकड़ी ऊंटों के साथ हिस्सा लेगी।

गणतंत्र दिवस परेड में कुल 25 झांकियाँ होंगी, जो विभिन्न राज्यों, रक्षा मंत्रालय, डीआरडीओ, असम राइफल्स और तटरक्षक बल की झांकियाँ शामिल करेंगी।

इस बार परेड में 5000 कलाकार एक साथ देश की संस्कृति, विकास और विरासत को प्रदर्शित करेंगे। पिछली परेड में 3000 कलाकारों ने भाग लिया था। छह पाइप बैंड भी इस परेड का हिस्सा होंगे। गणतंत्र दिवस के टिकट विभिन्न स्थानों पर बनाए गए काउंटरों से खरीदे जा सकते हैं, और आप टिकट को 2 जनवरी से एक वेबसाइट – aamantran.mod.gov.in पर भी खरीद सकते हैं।

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शीतलहर और कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता घटने के साथ-साथ रेल और हवाई यात्रा में भी बाधाएँ आई हैं। कई ट्रेनों को समय पर चलने में कठिनाइयाँ पेश आई हैं, जबकि कुछ उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति के चलते यात्री और लोग दोनों ही परेशान हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस प्रकार का मौसम हर साल सर्दियों में सामान्य है, लेकिन इस बार की शीतलहर ने कुछ अतिरिक्त प्रभाव डाला है।

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दिल्लीवासियों को अब राहत की उम्मीद है क्योंकि 11-12 जनवरी को दिल्ली में हल्की बारिश की संभावना (Highly recommended Reading) जनवरी को शहर में हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है। बारिश के बाद तापमान में कमी आएगी और शायद ठंड से कुछ राहत भी मिले। हालाँकि, बारिश से पहले लोगों को अभी भी शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। बारिश के बाद परिस्थिति थोड़ी बदल सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।

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अंततः, दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे के प्रभाव के चलते नागरिकों को थोड़ी कठिनाई हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में हल्की बारिश से राहत की संभावना है। यह देखना होगा कि मौसम में बदलाव से कैसे परिस्थिति में सुधार होता है और नागरिकों को किस प्रकार की सुविधा मिलेगी। मौसम की इस बदलती स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि सर्दी का यह दौर स्वस्थ तरीके से पार किया जा सके।

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

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दिल्ली में इन दिनों शीतलहर और घने कोहरे दिल्ली का मौसम: कड़ाके की सर्दी और घने कोहरे के बीच, relevant site, का प्रभाव देखा जा रहा है, जिससे नागरिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी अनुमान के अनुसार, यह ठंड का दौर 10 जनवरी तक जारी रहेगा, जिससे लोगों को ठंड से जूझते रहना होगा। शीतलहर के चलते दिल्ली की हवा में ठंडक का अहसास और बढ़ गया है, जिससे लोगों को रोजमर्रा की गतिविधियों में बाधा उत्पन्न हुई है।

शीतलहर और कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता घटने के साथ-साथ रेल और हवाई यात्रा में भी बाधाएँ आई हैं। कई ट्रेनों को समय पर चलने में कठिनाइयाँ पेश आई हैं, जबकि कुछ उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति के चलते यात्री और लोग दोनों ही परेशान हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस प्रकार का मौसम हर साल सर्दियों में सामान्य है, लेकिन इस बार की शीतलहर ने कुछ अतिरिक्त प्रभाव डाला है।

घना कोहरा भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थितियों में सांस संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसलिए, लोगों से सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें और जैसे ही स्थिति बेहतर हो, तभी बाहर जाने का सोचें।

दिल्लीवासियों को अब राहत की उम्मीद है क्योंकि 11-12 जनवरी को शहर में हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है। बारिश के बाद तापमान में कमी आएगी और शायद ठंड से कुछ राहत भी मिले। हालाँकि, बारिश से पहले लोगों को अभी भी शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। बारिश के बाद परिस्थिति थोड़ी बदल सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।

इस ठंड के दौर के बीच, स्थानीय प्रशासन ने भी ठंड से बचने के लिए कई कदम उठाए हैं। ठंड से प्रभावित गरीब लोगों के लिए आश्रय स्थलों की संख्या बढ़ाई गई है और आवश्यक वस्तुओं जैसे कम्बलों और गर्म कपड़ों का वितरण किया जा रहा है। स्थानीय संगठनों और NGOs ने भी इस सर्दी में जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

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अंततः, दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे के प्रभाव के चलते नागरिकों को थोड़ी कठिनाई हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में हल्की बारिश से राहत की संभावना है। यह देखना होगा कि मौसम में बदलाव से कैसे परिस्थिति में सुधार होता है और नागरिकों को किस प्रकार की सुविधा मिलेगी। मौसम की इस बदलती स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि सर्दी का यह दौर स्वस्थ तरीके से पार किया जा सके।

गणतंत्र दिवस परेड 2024: 90 मिनट में होगी विशेष तैयारी और 14 मार्चिंग टुकड़ियाँ

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गणतंत्र दिवस परेड, जो हर साल की तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्तव्या पथ पर आयोजित होगी, इस बार 90 मिनट में संपन्न होगी। यहाँ जानें इस बार की परेड की खासियतें:

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परेड में शामिल होंगी 14 मार्चिंग फॉर्मेशन और 25 झांकियाँ।
इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी करीब दो हफ्ते पहले भारत आएगी।
नई दिल्ली: इस बार 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में मोटरसाइकिल स्टंट भारतीय सेना के जवानों द्वारा प्रदर्शित किए जाएंगे। पिछले वर्ष बीएसएफ के जवानों ने इस प्रदर्शन को अंजाम दिया था। इस वर्ष की परेड की थीम “स्वर्णिम भारत – विकास और विरासत” है। विशेष बात यह है कि इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी इस बार परेड में भाग लेगी। पिछली बार फ्रांस की टुकड़ी ने भाग लिया था, जिसका मार्चिंग गति 80-85 कदम/मिनट थी, जबकि भारतीय मार्चिंग टुकड़ी की गति लगभग 108 कदम/मिनट थी।

इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी बेहतर तैयारी सुनिश्चित करने के लिए करीब दो सप्ताह पहले भारत पहुंचेगी। इस बार, पूरी परेड को इस गणतंत्र दिवस परेड की विशेषताएँ: विकास और विरासत की झलक; i loved this, 90 मिनट में समाप्त करने का लक्ष्य है, जिसके लिए टुकड़ियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दो कम रहेगी। पिछले वर्ष 16 टुकड़ियाँ थीं, जबकि इस बार केवल 14 टुकड़ियाँ भाग लेंगी। इनमें से आठ टुकड़ियाँ सेना, नौसेना और वायुसेना की होंगी, जबकि गृह मंत्रालय की पांच और एक तटरक्षक बल की होगी। बीएसएफ की एक टुकड़ी ऊंटों के साथ हिस्सा लेगी।

गणतंत्र दिवस परेड में कुल 25 झांकियाँ होंगी, जो विभिन्न राज्यों, रक्षा मंत्रालय, डीआरडीओ, असम राइफल्स और तटरक्षक बल की झांकियाँ शामिल करेंगी।

इस बार परेड में 5000 कलाकार एक साथ देश की संस्कृति, विकास और विरासत को प्रदर्शित करेंगे। पिछली परेड में 3000 कलाकारों ने भाग लिया था। छह पाइप बैंड भी इस परेड का हिस्सा होंगे। गणतंत्र दिवस के टिकट विभिन्न स्थानों पर बनाए गए काउंटरों से खरीदे जा सकते हैं, और आप टिकट को 2 जनवरी से एक वेबसाइट – aamantran.mod.gov.in पर भी खरीद सकते हैं।

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नई दिल्ली: इस बार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में होंगी 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुति [advice here] जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में मोटरसाइकिल स्टंट भारतीय सेना के जवानों द्वारा प्रदर्शित किए जाएंगे। पिछले वर्ष बीएसएफ के जवानों ने इस प्रदर्शन को अंजाम दिया था। इस वर्ष की परेड की थीम “स्वर्णिम भारत – विकास और विरासत” है। विशेष बात यह है कि इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी इस बार परेड में भाग लेगी। पिछली बार फ्रांस की टुकड़ी ने भाग लिया था, जिसका मार्चिंग गति 80-85 कदम/मिनट थी, जबकि भारतीय मार्चिंग टुकड़ी की गति लगभग 108 कदम/मिनट थी।

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गणतंत्र दिवस परेड 2024: 90 मिनट में होगी विशेष तैयारी और 14 मार्चिंग टुकड़ियाँ

26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी। इस वर्ष की परेड विकास और विरासत की झलक पेश करेगी।

गणतंत्र दिवस परेड, जो हर साल की तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्तव्या पथ पर आयोजित होगी, इस बार 90 मिनट में संपन्न होगी। यहाँ जानें इस बार की परेड की खासियतें:

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26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी। इस वर्ष की परेड विकास और विरासत की झलक पेश करेगी।

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इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी करीब दो हफ्ते पहले भारत आएगी।
नई दिल्ली: इस बार 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में मोटरसाइकिल स्टंट भारतीय सेना के जवानों द्वारा प्रदर्शित किए जाएंगे। पिछले वर्ष बीएसएफ के जवानों ने इस प्रदर्शन को अंजाम दिया था। इस वर्ष की परेड की थीम “स्वर्णिम भारत – विकास और विरासत” है। विशेष बात यह है कि इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी इस बार परेड में भाग लेगी। पिछली बार फ्रांस की टुकड़ी ने भाग लिया था, जिसका मार्चिंग गति 80-85 कदम/मिनट थी, जबकि भारतीय मार्चिंग टुकड़ी की गति लगभग 108 कदम/मिनट थी।

इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी बेहतर तैयारी सुनिश्चित करने के लिए करीब दो सप्ताह पहले भारत पहुंचेगी। इस बार, पूरी परेड को 90 मिनट में समाप्त करने का लक्ष्य है, जिसके लिए टुकड़ियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दो कम रहेगी। पिछले वर्ष 16 टुकड़ियाँ थीं, जबकि इस बार केवल 14 टुकड़ियाँ भाग लेंगी। इनमें से आठ टुकड़ियाँ सेना, नौसेना और वायुसेना की होंगी, जबकि गृह मंत्रालय की पांच और एक तटरक्षक बल की होगी। बीएसएफ की एक टुकड़ी ऊंटों के साथ हिस्सा लेगी।

गणतंत्र गणतंत्र दिवस (Continue) दिवस परेड में कुल 25 झांकियाँ होंगी, जो विभिन्न राज्यों, रक्षा मंत्रालय, डीआरडीओ, असम राइफल्स और तटरक्षक बल की झांकियाँ शामिल करेंगी।

इस बार परेड में 5000 कलाकार एक साथ देश की संस्कृति, विकास और विरासत को प्रदर्शित करेंगे। पिछली परेड में 3000 कलाकारों ने भाग लिया था। छह पाइप बैंड भी इस परेड का हिस्सा होंगे। गणतंत्र दिवस के टिकट विभिन्न स्थानों पर बनाए गए काउंटरों से खरीदे जा सकते हैं, और आप टिकट को 2 जनवरी से एक वेबसाइट – aamantran.mod.gov.in पर भी खरीद सकते हैं।

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