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गणतंत्र दिवस परेड 2024: 90 मिनट में होगी विशेष तैयारी और 14 मार्चिंग टुकड़ियाँ

26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी। इस वर्ष की परेड विकास और विरासत की झलक पेश करेगी।

गणतंत्र दिवस परेड, जो हर साल की तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्तव्या पथ पर आयोजित होगी, इस बार 90 मिनट में संपन्न होगी। यहाँ जानें इस बार की परेड की खासियतें:

मुख्य बातें:

गणतंत्र दिवस परेड 90 मिनट में सम्पन्न होगी।
परेड में शामिल होंगी 14 मार्चिंग फॉर्मेशन और 25 झांकियाँ।
इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी करीब दो हफ्ते पहले भारत आएगी।
नई दिल्ली: इस बार 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में मोटरसाइकिल स्टंट भारतीय सेना के जवानों द्वारा प्रदर्शित किए जाएंगे। पिछले वर्ष बीएसएफ के जवानों ने इस प्रदर्शन को अंजाम दिया था। इस वर्ष की परेड की थीम “स्वर्णिम भारत – विकास और विरासत” है। विशेष बात यह है कि इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी इस बार परेड में भाग लेगी। पिछली बार फ्रांस की टुकड़ी ने भाग लिया था, जिसका मार्चिंग गति 80-85 कदम/मिनट थी, जबकि भारतीय मार्चिंग टुकड़ी की गति लगभग 108 कदम/मिनट थी।

इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी बेहतर तैयारी सुनिश्चित करने के लिए करीब दो सप्ताह पहले भारत पहुंचेगी। इस बार, पूरी परेड को 90 मिनट में समाप्त करने का लक्ष्य है, जिसके लिए टुकड़ियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दो कम रहेगी। पिछले वर्ष 16 टुकड़ियाँ थीं, जबकि इस बार केवल 14 टुकड़ियाँ भाग लेंगी। इनमें से आठ टुकड़ियाँ सेना, नौसेना और वायुसेना की होंगी, जबकि गृह मंत्रालय की पांच और एक तटरक्षक बल की होगी। बीएसएफ की एक टुकड़ी ऊंटों के साथ हिस्सा लेगी।

गणतंत्र गणतंत्र दिवस (Continue) दिवस परेड में कुल 25 झांकियाँ होंगी, जो विभिन्न राज्यों, रक्षा मंत्रालय, डीआरडीओ, असम राइफल्स और तटरक्षक बल की झांकियाँ शामिल करेंगी।

इस बार परेड में 5000 कलाकार एक साथ देश की संस्कृति, विकास और विरासत को प्रदर्शित करेंगे। पिछली परेड में 3000 कलाकारों ने भाग लिया था। छह पाइप बैंड भी इस परेड का हिस्सा होंगे। गणतंत्र दिवस के टिकट विभिन्न स्थानों पर बनाए गए काउंटरों से खरीदे जा सकते हैं, और आप टिकट को 2 जनवरी से एक वेबसाइट – aamantran.mod.gov.in पर भी खरीद सकते हैं।

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

दिल्ली में इन दिनों शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव देखा जा रहा है, जिससे नागरिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी अनुमान के अनुसार, यह ठंड का दौर 10 जनवरी तक जारी रहेगा, जिससे लोगों को ठंड से जूझते रहना होगा। शीतलहर के चलते दिल्ली की हवा में ठंडक का अहसास और बढ़ गया है, जिससे लोगों को रोजमर्रा की गतिविधियों में बाधा उत्पन्न हुई है।

शीतलहर और कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता घटने के साथ-साथ रेल और हवाई यात्रा में भी बाधाएँ आई हैं। कई ट्रेनों को समय पर चलने में कठिनाइयाँ पेश आई हैं, जबकि कुछ उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति के चलते यात्री और लोग दोनों ही परेशान हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस प्रकार का मौसम हर साल सर्दियों में सामान्य है, लेकिन इस बार की शीतलहर ने कुछ अतिरिक्त प्रभाव डाला है।

घना कोहरा भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थितियों में सांस संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसलिए, लोगों से सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें और जैसे ही स्थिति बेहतर हो, तभी बाहर जाने का सोचें।

दिल्लीवासियों को अब राहत की उम्मीद है क्योंकि 11-12 जनवरी को शहर में हल्की बारिश की संभावना स्काईमेट की भविष्यवाणी: दिल्ली में ठंडी लहर और बारिश के बादलों का पदार्पण (Our Site) जताई जा रही है। बारिश के बाद तापमान में कमी आएगी और शायद ठंड से कुछ राहत भी मिले। हालाँकि, बारिश से पहले लोगों को अभी भी शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। बारिश के बाद परिस्थिति थोड़ी बदल सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।

इस ठंड के दौर के बीच, स्थानीय प्रशासन ने भी ठंड से बचने के लिए कई कदम उठाए हैं। ठंड से प्रभावित गरीब लोगों के लिए आश्रय स्थलों की संख्या बढ़ाई गई है और आवश्यक वस्तुओं जैसे कम्बलों और गर्म कपड़ों का वितरण किया जा रहा है। स्थानीय संगठनों और NGOs ने भी इस सर्दी में जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

सरकार ने नागरिकों से यह भी अपील की है कि वे ठंड के मौसम के दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।適宜 गर्म खाने-पीने की चीजें खाएं और घर से बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि वे ठंड से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

अंततः, दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे के प्रभाव के चलते नागरिकों को थोड़ी कठिनाई हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में हल्की बारिश से राहत की संभावना है। यह देखना होगा कि मौसम में बदलाव से कैसे परिस्थिति में सुधार होता है और नागरिकों को किस प्रकार की सुविधा मिलेगी। मौसम की इस बदलती स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि सर्दी का यह दौर स्वस्थ तरीके से पार किया जा सके।

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

दिल्ली में इन दिनों शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव देखा जा रहा है, जिससे नागरिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी अनुमान के अनुसार, यह ठंड का दौर 10 जनवरी तक जारी रहेगा, जिससे लोगों को ठंड से जूझते रहना होगा। शीतलहर के चलते दिल्ली की हवा में ठंडक का अहसास और बढ़ गया है, जिससे लोगों को रोजमर्रा की गतिविधियों में बाधा उत्पन्न हुई है।

शीतलहर और कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता घटने के साथ-साथ रेल और हवाई यात्रा में भी बाधाएँ आई हैं। कई ट्रेनों को समय पर चलने में कठिनाइयाँ पेश आई हैं, जबकि कुछ उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति के चलते यात्री और लोग दोनों ही परेशान हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस प्रकार का मौसम हर साल सर्दियों में सामान्य है, लेकिन इस बार की शीतलहर ने कुछ अतिरिक्त प्रभाव डाला है।

घना कोहरा भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थितियों में सांस संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसलिए, लोगों से सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें और जैसे ही स्थिति बेहतर दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव (simply click the following internet page) हो, तभी बाहर जाने का सोचें।

दिल्लीवासियों को अब राहत की उम्मीद है क्योंकि 11-12 जनवरी को शहर में हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है। बारिश के बाद तापमान में कमी आएगी और शायद ठंड से कुछ राहत भी मिले। हालाँकि, बारिश से पहले लोगों को अभी भी शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। बारिश के बाद परिस्थिति थोड़ी बदल सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।

इस ठंड के दौर के बीच, स्थानीय प्रशासन ने भी ठंड से बचनेे लिए कई कदम उठाए हैं। ठंड से प्रभावित गरीब लोगों के लिए आश्रय स्थलों की संख्या बढ़ाई गई है और आवश्यक वस्तुओं जैसे कम्बलों और गर्म कपड़ों का वितरण किया जा रहा है। स्थानीय संगठनों और NGOs ने भी इस सर्दी में जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

सरकार ने नागरिकों से यह भी अपील की है कि वे ठंड के मौसम के दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।適宜 गर्म खाने-पीने की चीजें खाएं और घर से बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि वे ठंड से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

अंततः, दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे के प्रभाव के चलते नागरिकों को थोड़ी कठिनाई हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में हल्की बारिश से राहत की संभावना है। यह देखना होगा कि मौसम में बदलाव से कैसे परिस्थिति में सुधार होता है और नागरिकों को किस प्रकार की सुविधा मिलेगी। मौसम की इस बदलती स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि सर्दी का यह दौर स्वस्थ तरीके से पार किया जा सके।

गणतंत्र दिवस परेड 2024: 90 मिनट में होगी विशेष तैयारी और 14 मार्चिंग टुकड़ियाँ

26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी। इस वर्ष की परेड विकास और विरासत की झलक पेश करेगी।

गणतंत्र दिवस परेड, जो हर साल की तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्तव्या पथ पर आयोजित होगी, इस बार 90 मिनट में संपन्न होगी। यहाँ जानें इस बार की परेड की खासियतें:

मुख्य बातें:

गणतंत्र दिवस परेड 90 मिनट में सम्पन्न होगी।
परेड में शामिल होंगी 14 मार्चिंग फॉर्मेशन और 25 झांकियाँ।
इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी करीब दो हफ्ते पहले भारत आएगी।
नई दिल्ली: इस बार 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में मोटरसाइकिल स्टंट भारतीय सेना के जवानों द्वारा प्रदर्शित किए जाएंगे। पिछले वर्ष बीएसएफ के जवानों ने इस प्रदर्शन को अंजाम दिया था। इस वर्ष की परेड की थीम “स्वर्णिम भारत – विकास और विरासत” है। विशेष बात यह है कि झांकियाँ (why not check here) इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी इस बार परेड में भाग लेगी। पिछली बार फ्रांस की टुकड़ी ने भाग लिया था, जिसका मार्चिंग गति 80-85 कदम/मिनट थी, जबकि भारतीय मार्चिंग टुकड़ी की गति लगभग 108 कदम/मिनट थी।

इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी बेहतर तैयारी सुनिश्चित करने के लिए करीब दो सप्ताह पहले भारत पहुंचेगी। इस बार, पूरी परेड को 90 मिनट में समाप्त करने का लक्ष्य है, जिसके लिए टुकड़ियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दो कम रहेगी। पिछले वर्ष 16 टुकड़ियाँ थीं, जबकि इस बार केवल 14 टुकड़ियाँ भाग लेंगी। इनमें से आठ टुकड़ियाँ सेना, नौसेना और वायुसेना की होंगी, जबकि गृह मंत्रालय की पांच और एक तटरक्षक बल की होगी। बीएसएफ की एक टुकड़ी ऊंटों के साथ हिस्सा लेगी।

गणतंत्र दिवस परेड में कुल 25 झांकियाँ होंगी, जो विभिन्न राज्यों, रक्षा मंत्रालय, डीआरडीओ, असम राइफल्स और तटरक्षक बल की झांकियाँ शामिल करेंगी।

इस बार परेड में 5000 कलाकार एक साथ देश की संस्कृति, विकास और विरासत को प्रदर्शित करेंगे। पिछली परेड में 3000 कलाकारों ने भाग लिया था। छह पाइप बैंड भी इस परेड का हिस्सा होंगे। गणतंत्र दिवस के टिकट विभिन्न स्थानों पर बनाए गए काउंटरों से खरीदे जा सकते हैं, और आप टिकट को 2 जनवरी से एक वेबसाइट – aamantran.mod.gov.in पर भी खरीद सकते हैं।

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

दिल्ली में इन दिनों शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव देखा जा रहा है, जिससे नागरिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग द्वारा जारी अनुमान के अनुसार, यह ठंड का दौर 10 जनवरी तक जारी रहेगा, जिससे लोगों को ठंड से जूझते रहना होगा। शीतलहर के चलते दिल्ली की हवा में ठंडक का अहसास और बढ़ गया है, जिससे लोगों को रोजमर्रा की गतिविधियों में बाधा उत्पन्न हुई है।

शीतलहर और कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता घटने के साथ-साथ रेल और हवाई यात्रा में भी बाधाएँ आई हैं। कई ट्रेनों को समय पर चलने में कठिनाइयाँ पेश आई हैं, जबकि कुछ उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति के चलते यात्री और लोग दोनों ही परेशान हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस प्रकार का मौसम हर साल सर्दियों में सामान्य है, लेकिन इस बार की शीतलहर ने कुछ अतिरिक्त प्रभाव डाला है।

घना कोहरा भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थितियों में सांस संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसलिए, लोगों से सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें और जैसे ही स्थिति बेहतर हो, तभी बाहर जाने का सोचें।

दिल्लीवासियों को अब राहत की उम्मीद है क्योंकि 11-12 जनवरी को दिल्ली में हल्की बारिश की संभावना (just click the next site) जनवरी को शहर में हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है। बारिश के बाद तापमान में कमी आएगी और शायद ठंड से कुछ राहत भी मिले। हालाँकि, बारिश से पहले लोगों को अभी भी शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। बारिश के बाद परिस्थिति थोड़ी बदल सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।

इस ठंड के दौर के बीच, स्थानीय प्रशासन ने भी ठंड से बचने के लिए कई कदम उठाए हैं। ठंड से प्रभावित गरीब लोगों के लिए आश्रय स्थलों की संख्या बढ़ाई गई है और आवश्यक वस्तुओं जैसे कम्बलों और गर्म कपड़ों का वितरण किया जा रहा है। स्थानीय संगठनों और NGOs ने भी इस सर्दी में जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

सरकार ने नागरिकों से यह भी अपील की है कि वे ठंड के मौसम के दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।適宜 गर्म खाने-पीने की चीजें खाएं और घर से बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि वे ठंड से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

अंततः, दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे के प्रभाव के चलते नागरिकों को थोड़ी कठिनाई हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में हल्की बारिश से राहत की संभावना है। यह देखना होगा कि मौसम में बदलाव से कैसे परिस्थिति में सुधार होता है और नागरिकों को किस प्रकार की सुविधा मिलेगी। मौसम की इस बदलती स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि सर्दी का यह दौर स्वस्थ तरीके से पार किया जा सके।

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शीतलहर और कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता घटने के साथ-साथ रेल और हवाई यात्रा में भी बाधाएँ आई हैं। कई ट्रेनों को समय पर चलने में कठिनाइयाँ पेश आई हैं, जबकि कुछ उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति के चलते यात्री और लोग दोनों ही परेशान हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस प्रकार का मौसम हर साल सर्दियों में सामान्य है, लेकिन इस बार की शीतलहर ने कुछ अतिरिक्त प्रभाव डाला है।

घना कोहरा भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थितियों में सांस संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसलिए, लोगों से सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें और जैसे ही स्थिति बेहतर हो, तभी बाहर जाने का सोचें।

दिल्लीवासियों को अब राहत की उम्मीद है क्योंकि 11-12 जनवरी को शहर में हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है। बारिश के बाद तापमान में कमी आएगी और शायद ठंड से कुछ राहत भी मिले। हालाँकि, बारिश से पहले लोगों को अभी भी शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। बारिश के बाद परिस्थिति थोड़ी बदल सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।

इस ठंड के दौर के बीच, स्थानीय प्रशासन ने भी ठंड से बचने के लिए कई कदम उठाए हैं। ठंड से प्रभावित गरीब लोगों के लिए आश्रय स्थलों की संख्या बढ़ाई गई है और आवश्यक वस्तुओं जैसे कम्बलों और गर्म कपड़ों का वितरण किया जा रहा है। स्थानीय संगठनों और NGOs ने भी इस सर्दी में जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

सरकार ने नागरिकों से यह भी अपील की है कि वे ठंड के मौसम के दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।適宜 गर्म खाने-पीने की चीजें खाएं और घर से बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि वे ठंड से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

अंततः, दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे के प्रभाव के चलते नागरिकों को थोड़ी कठिनाई हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में हल्की बारिश से राहत की संभावना है। यह देखना होगा कि मौसम में बदलाव से कैसे परिस्थिति में सुधार होता है और नागरिकों को किस प्रकार की सुविधा मिलेगी। मौसम की इस बदलती स्थिति भारी बर्फबारी का असर (stay with me) को ध्यान में रखते हुए, सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि सर्दी का यह दौर स्वस्थ तरीके से पार किया जा सके।

गणतंत्र दिवस परेड 2024: 90 मिनट में होगी विशेष तैयारी और 14 मार्चिंग टुकड़ियाँ

26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी। इस वर्ष की परेड विकास और विरासत की झलक पेश करेगी।

गणतंत्र दिवस परेड, जो हर साल की तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्तव्या पथ पर आयोजित होगी, इस बार 90 मिनट में संपन्न होगी। यहाँ जानें इस बार की परेड की खासियतें:

मुख्य बातें:

गणतंत्र दिवस परेड 90 मिनट में सम्पन्न होगी।
परेड में शामिल होंगी 14 मार्चिंग फॉर्मेशन और 25 झांकियाँ।
इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी करीब दो हफ्ते पहले भारत आएगी।
नई दिल्ली: इस बार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में होंगी 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुति (mouse click the following website page) जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में मोटरसाइकिल स्टंट भारतीय सेना के जवानों द्वारा प्रदर्शित किए जाएंगे। पिछले वर्ष बीएसएफ के जवानों ने इस प्रदर्शन को अंजाम दिया था। इस वर्ष की परेड की थीम “स्वर्णिम भारत – विकास और विरासत” है। विशेष बात यह है कि इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी इस बार परेड में भाग लेगी। पिछली बार फ्रांस की टुकड़ी ने भाग लिया था, जिसका मार्चिंग गति 80-85 कदम/मिनट थी, जबकि भारतीय मार्चिंग टुकड़ी की गति लगभग 108 कदम/मिनट थी।

इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी बेहतर तैयारी सुनिश्चित करने के लिए करीब दो सप्ताह पहले भारत पहुंचेगी। इस बार, पूरी परेड को 90 मिनट में समाप्त करने का लक्ष्य है, जिसके लिए टुकड़ियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दो कम रहेगी। पिछले वर्ष 16 टुकड़ियाँ थीं, जबकि इस बार केवल 14 टुकड़ियाँ भाग लेंगी। इनमें से आठ टुकड़ियाँ सेना, नौसेना और वायुसेना की होंगी, जबकि गृह मंत्रालय की पांच और एक तटरक्षक बल की होगी। बीएसएफ की एक टुकड़ी ऊंटों के साथ हिस्सा लेगी।

गणतंत्र दिवस परेड में कुल 25 झांकियाँ होंगी, जो विभिन्न राज्यों, रक्षा मंत्रालय, डीआरडीओ, असम राइफल्स और तटरक्षक बल की झांकियाँ शामिल करेंगी।

इस बार परेड में 5000 कलाकार एक साथ देश की संस्कृति, विकास और विरासत को प्रदर्शित करेंगे। पिछली परेड में 3000 कलाकारों ने भाग लिया था। छह पाइप बैंड भी इस परेड का हिस्सा होंगे। गणतंत्र दिवस के टिकट विभिन्न स्थानों पर बनाए गए काउंटरों से खरीदे जा सकते हैं, और आप टिकट को 2 जनवरी से एक वेबसाइट – aamantran.mod.gov.in पर भी खरीद सकते हैं।

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

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शीतलहर और कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता घटने के साथ-साथ रेल और हवाई यात्रा में भी बाधाएँ आई हैं। कई ट्रेनों को समय पर चलने में कठिनाइयाँ पेश आई हैं, जबकि कुछ उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति के चलते यात्री और लोग दोनों ही परेशान हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस प्रकार का मौसम हर साल सर्दियों में सामान्य है, लेकिन इस बार की शीतलहर ने कुछ अतिरिक्त प्रभाव डाला है।

घना कोहरा भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थितियों में सांस संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसलिए, लोगों से सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें और जैसे ही स्थिति बेहतर हो, तभी बाहर जाने का सोचें।

दिल्लीवासियों को अब राहत की उम्मीद है क्योंकि 11-12 जनवरी को शहर में हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है। बारिश के बाद तापमान में कमी आएगी और शायद ठंड से कुछ राहत भी मिले। हालाँकि, बारिश से पहले लोगों को अभी भी शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। बारिश के बाद परिस्थिति थोड़ी बदल सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।

इस ठंड के दौर के बीच, स्थानीय प्रशासन ने भी ठंड से राहत की उम्मीद! – simply click the up coming document – ठंड से बचने के लिए कई कदम उठाए हैं। ठंड से प्रभावित गरीब लोगों के लिए आश्रय स्थलों की संख्या बढ़ाई गई है और आवश्यक वस्तुओं जैसे कम्बलों और गर्म कपड़ों का वितरण किया जा रहा है। स्थानीय संगठनों और NGOs ने भी इस सर्दी में जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

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अंततः, दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे के प्रभाव के चलते नागरिकों को थोड़ी कठिनाई हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में हल्की बारिश से राहत की संभावना है। यह देखना होगा कि मौसम में बदलाव से कैसे परिस्थिति में सुधार होता है और नागरिकों को किस प्रकार की सुविधा मिलेगी। मौसम की इस बदलती स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि सर्दी का यह दौर स्वस्थ तरीके से पार किया जा सके।

दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव: ठंड का दौर जारी

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शीतलहर और कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता घटने के साथ-साथ रेल और हवाई यात्रा में भी बाधाएँ आई हैं। कई ट्रेनों को समय पर चलने में कठिनाइयाँ पेश आई हैं, जबकि कुछ उड़ानें भी प्रभावित हुई हैं। इस स्थिति के चलते यात्री और लोग दोनों ही परेशान हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस प्रकार का मौसम हर साल सर्दियों में सामान्य है, लेकिन इस बार की शीतलहर ने कुछ अतिरिक्त प्रभाव डाला है।

घना कोहरा भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थितियों में सांस संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं। इसलिए, लोगों से सलाह दी गई है कि वे घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें और जैसे ही ठंड से राहत की उम्मीद! (please click the next webpage) स्थिति बेहतर हो, तभी बाहर जाने का सोचें।

दिल्लीवासियों को अब राहत की उम्मीद है क्योंकि 11-12 जनवरी को शहर में हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है। बारिश के बाद तापमान में कमी आएगी और शायद ठंड से कुछ राहत भी मिले। हालाँकि, बारिश से पहले लोगों को अभी भी शीतलहर का सामना करना पड़ेगा। बारिश के बाद परिस्थिति थोड़ी बदल सकती है, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।

इस ठंड के दौर के बीच, स्थानीय प्रशासन ने भी ठंड से बचने के लिए कई कदम उठाए हैं। ठंड से प्रभावित गरीब लोगों के लिए आश्रय स्थलों की संख्या बढ़ाई गई है और आवश्यक वस्तुओं जैसे कम्बलों और गर्म कपड़ों का वितरण किया जा रहा है। स्थानीय संगठनों और NGOs ने भी इस सर्दी में जरूरतमंदों की मदद के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं।

सरकार ने नागरिकों से यह भी अपील की है कि वे ठंड के मौसम के दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।適宜 गर्म खाने-पीने की चीजें खाएं और घर से बाहर निकलते समय गर्म कपड़े पहनें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष रूप से सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि वे ठंड से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

अंततः, दिल्ली में शीतलहर और घने कोहरे के प्रभाव के चलते नागरिकों को थोड़ी कठिनाई हो रही है, लेकिन आने वाले दिनों में हल्की बारिश से राहत की संभावना है। यह देखना होगा कि मौसम में बदलाव से कैसे परिस्थिति में सुधार होता है और नागरिकों को किस प्रकार की सुविधा मिलेगी। मौसम की इस बदलती स्थिति को ध्यान में रखते हुए, सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है ताकि सर्दी का यह दौर स्वस्थ तरीके से पार किया जा सके।

गणतंत्र दिवस परेड 2024: 90 मिनट में होगी विशेष तैयारी और 14 मार्चिंग टुकड़ियाँ

26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में 25 झांकियाँ और 5000 कलाकारों की प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी। इस वर्ष की परेड विकास और विरासत की झलक पेश करेगी।

गणतंत्र दिवस परेड, जो हर साल की तरह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कर्तव्या पथ पर आयोजित होगी, इस बार 90 मिनट में संपन्न होगी। यहाँ जानें इस बार की परेड की खासियतें:

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गणतंत्र दिवस परेड 90 मिनट में सम्पन्न होगी।
परेड में शामिल होंगी 14 मार्चिंग फॉर्मेशन और 25 झांकियाँ।
इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी करीब दो हफ्ते पहले भारत आएगी।
नई दिल्ली: इस बार 26 जनवरी को होने वाली गणतंत्र दिवस परेड में मोटरसाइकिल स्टंट भारतीय सेना के जवानों द्वारा प्रदर्शित किए जाएंगे। पिछले वर्ष बीएसएफ के जवानों ने इस प्रदर्शन को अंजाम दिया था। इस वर्ष की परेड की थीम “स्वर्णिम भारत – विकास और विरासत” है। विशेष बात यह है कि इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी इस बार परेड में भाग लेगी। पिछली बार फ्रांस की टुकड़ी ने भाग लिया था, जिसका मार्चिंग गति 80-85 कदम/मिनट थी, जबकि भारतीय मार्चिंग टुकड़ी की गति लगभग 108 कदम/मिनट थी।

इंडोनेशियाई मार्चिंग टुकड़ी बेहतर तैयारी सुनिश्चित करने के लिए करीब दो सप्ताह पहले भारत पहुंचेगी। इस बार, पूरी परेड को 90 मिनट में समाप्त करने का लक्ष्य है, जिसके लिए टुकड़ियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दो कम इस गणतंत्र दिवस परेड की विशेषताएँ: विकास और विरासत की झलक (please click the following webpage) रहेगी। पिछले वर्ष 16 टुकड़ियाँ थीं, जबकि इस बार केवल 14 टुकड़ियाँ भाग लेंगी। इनमें से आठ टुकड़ियाँ सेना, नौसेना और वायुसेना की होंगी, जबकि गृह मंत्रालय की पांच और एक तटरक्षक बल की होगी। बीएसएफ की एक टुकड़ी ऊंटों के साथ हिस्सा लेगी।

गणतंत्र दिवस परेड में कुल 25 झांकियाँ होंगी, जो विभिन्न राज्यों, रक्षा मंत्रालय, डीआरडीओ, असम राइफल्स और तटरक्षक बल की झांकियाँ शामिल करेंगी।

इस बार परेड में 5000 कलाकार एक साथ देश की संस्कृति, विकास और विरासत को प्रदर्शित करेंगे। पिछली परेड में 3000 कलाकारों ने भाग लिया था। छह पाइप बैंड भी इस परेड का हिस्सा होंगे। गणतंत्र दिवस के टिकट विभिन्न स्थानों पर बनाए गए काउंटरों से खरीदे जा सकते हैं, और आप टिकट को 2 जनवरी से एक वेबसाइट – aamantran.mod.gov.in पर भी खरीद सकते हैं।

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